निमोनिया के कोरोना जैसे हालात, चीन यात्रा पर बैन की तैयारी
नई दिल्ली। चीन में बच्चों में सांस संबंधी निमोनिया के बढ़ते मामलों ने दुनिया को कोरोना की ही तरह चिंता में डाल दिया है। चीन यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी उठने लगी है। अमेरिका में मार्को रुबियो के नेतृत्व में 5 रिपब्लिकन सीनेटरों ने राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को इसे लेकर शुक्रवार को पत्र लिखा।
रुबियो सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी के टॉप रिपब्लिकन मेंबर हैं। उनकी ओर से कहा गया, हमें अमेरिका और चीन के बीच यात्रा पर तुरंत रोक लगा देनी चाहिए, जब तक कि इस नई बीमारी से होने वाले खतरों के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल जाती।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बच्चों में फैली इस बीमारी को लेकर चीन से अधिक जानकारी मुहैया कराने की अपील की थी। डब्ल्यूएचओ की ओर से बाद में कहा गया कि स्वास्थ्य अधिकारियों को किसी भी असामान्य या नए रोगजनकों का पता नहीं चला है। दूसरी ओर, ताइवान ने भी इसे लेकर अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी की है।
इसमें कहा गया कि बुजुर्गों, युवाओं और कमजोर प्रतिरक्षा वालों को चीन की यात्रा से बचने की जरूरत है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि यात्रा प्रतिबंध को लेकर व्हाइट हाउस और अमेरिका में चीनी दूतावास की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जनवरी 2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन अधिकतर गैर-अमेरिकी नागरिकों के यूएस आने पर रोक लगा दी थी जो पिछले 2 हफ्ते में चीन में थे। कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम उठाया गया था।