रजक समाज ने मांगा अनुसूचित जाति में आरक्षण,मुख्यमंत्री से मिला प्रतिनिधि मंडल
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर स्थित समिति कक्ष में राष्ट्रीय रजक महासंघ की छत्तीसगढ़ इकाई के प्रदेश-भर से आए सदस्यों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय का राष्ट्रीय रजक महासंघ के सदस्यों ने पुष्पगुच्छ व शॉल भेंटकर अभिनंदन किया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री श्री साय को सदस्यों ने सामाजिक मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपते हुए आग्रह किया कि रजक (धोबी) /बरेठ जाति को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि इसके संबंध में पूर्व में 1950 में राष्ट्रपति द्वारा अधिसूचना जारी की जा चुकी थी जिसके आधार पर मध्य प्रदेश सहित देश के विभिन्न 17 राज्यों में रजक जाति अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल है। छत्तीसगढ़ के रजक जाति को भी अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल किया जाना न्याय संगत होगा। संविधान के अनुच्छेद 341 के तहत रजक धोबी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने का आग्रह करते हुए प्रदेश पदाधिकारी ने मांग पत्र सौंपा गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से राष्ट्रीय रजक महासंघ के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष विश्राम निर्मलकर, कोरबा जिला अध्यक्ष (महिला) कमला देवी बरेठ ने विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि समाज के सशक्तिकरण से ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में रजक समाज से मिले सहयोग को रेखांकित करते हुए कहा कि वे इस विषय पर हर आवश्यक पहल करेंगे।
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा विधायक धरमलाल कौशिक, उपमुख्यमंत्री अरुण साव सहित राष्ट्रीय रजक महासंघ से प्रदेश अध्यक्ष विश्राम निर्मलकर, सुरेश निर्मलकर, चूड़ामणि निर्मलकर, महेश कुमार कर्ष, दिनेश निर्मलकर, डॉ. लेखराम निर्मलकर, दयालुराम निर्मलकर, राकेश रजक, लोकेश रजक,राजा निर्मलकर,धनीराम निर्मलकर,घुरसाय निर्मलकर,प्रह्लाद रजक सहित प्रदेश भर से आए सदस्य उपस्थित रहे।