BalodBaloda BazarBalrampurBastarBemetaraBijapurBilaspurCHHATTISGARHDantewadaDhamtariDurgGariabandGaurella-Pendra-MarwahiJanjgir-ChampaJashpurKabirdhamKankerKhairagarh-Chhuikhadan-GandaiKondagaonKORBAKoriyaMahasamundManendragarh-Chirmiri-BharatpurMohla-Manpur-ChowkiMungeliNarayanpurNATIONALRaigarhRaipurRajnandgaonSaktiSarangarh-BilaigarhSATY SANWADSukmaSurajpurSurguja

KORBA:SECLखदान में तालाबंदी,विधायक डटे धरना पर

0 कहा-सामाजिक सरोकार से कोई मतलब नहीं, केवल अपनी जेबे भरने का काम कर रहे हैं अधिकारी

कोरबा। SECL की सरायपाली ओपन कास्ट कोल परियोजना में आज से अनिश्चितकालीन तालाबंदी हो गया है। ग्राम पंचायत बुडबुड सहित खदान से प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों ने रोजगार, पुनर्वास और मुआवजा की मांग को लेकर एक बार फिर खदान में ताला जड़ दिया है।

धरना स्थल पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम ने ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए SECL प्रबंधन बंधन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और कहा कि SECL को सामाजिक सरोकार से कोई मतलब नहीं केवल अपनी जेबे भरने का काम कर रहे हैं,अधिकारी। SECL की सरायपाली ओपन कास्ट कोल परियोजना बड़ी मशक्कत के बाद 2 वर्ष पूर्व आरंभ हुआ है ,लेकिन 2 साल में ही कई बार तालाबंदी की नौबत आ गई है। एक बार फिर ग्रामीणों ने SECL के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि SECL के द्वारा अभी भी रोजगार, पुनर्वास ,मुआवजा के कई मामले लंबित हैं जिसकी अनदेखी की जा रही है और ग्रामीणों को कार्यालय के चक्कर लगाने मजबूर किया जा रहा है। इसे लेकर पूर्व प्रस्तावित 12 जून से अनिश्चितकालीन तालाबंदी की घोषणा करते हुए लिखित में शिकायत ज्ञापन दिया गया था लेकिन SECL प्रबंधन ग्रामीणों को मना नहीं पाया और आज सरईपाली खदान पहुंचकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने टेंट-तंबू लगाकर धरना आरंभ कर दिया और खदान में कामकाज बंद करा दिया।

क्षेत्र के विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम भी ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए स्वयं मौके पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि एसईसीएल को केवल कोयला उत्पादन से मतलब है, आम जनता की और सामुदायिक हित का कोई सरोकार नहीं है. 2 साल से खदान आरंभ हुआ है, लेकिन खदान के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं. जिसकी जवाबदारी SECL की है. बिजली, पानी, सड़क ,शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को लेकर SECL की गंभीरता अब तक धरातल पर नहीं दिखी है. य़ह ग्रामीणों के मौलिक अधिकार का हनन है. जिसे SECL के द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है .यह बर्दाश्त नहीं होगा. SECL को अपनी जवाबदारी तय करनी ही पड़ेगी, अन्यथा वे खदान में काम होने नहीं देंगे .पाली ब्लॉक के पहले ही खदान में SECL की वादा खिलाफी और मनमानी कर रहा है जबकि भविष्य में पाली ब्लॉक दो अन्य खदान भी प्रस्तावित है. ऐसे में SECL पर कैसे भरोसा किया जा सकता है? इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि कुलदीप सिंह मरकाम,आसपास के ग्राम पंचायत के सरपंच पंच एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधि ,ग्रामीण जन, भू प्रभावित बड़ी संख्या में धरना स्थल पर डटे रहे. खदान में आज कामकाज पूरी तरह से बंद रहा।

[smartslider3 slider="8"]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button