“हृदय विदारक घटना” मेडिकल कॉलेज में लगी आग, 10 नवजात बच्चों की मौत. जिगर के टुकड़े भीतर दम तोड़ रहे थे, परिजनों की चीख से कांप उठा कलेजा, ,
उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में शिशु वार्ड के एनआईसीयू में शुक्रवार देररात अचानक आग लगने से दस बच्चों की मौत हो गई जबकि कई बच्चों की हालत गंभीर है। 35 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने दस बच्चों के मौत की पुष्टि की है। मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों की मौत की घटना पर शोक जताया और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। सीएम ने घटना की जांच के लिए कमेटी गठित की है। सीएम ने कमीश्नर विमल कुमार दुबे और डीआईजी कालानिधि नैथानी को घटना की जांच सौंपी है और कहा कि इसकी रिपोर्ट 12 घंटे के भीतर दें। कानपुर से भी चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंच गई हैं।
शुक्रवार की रात करीब ग्यारह बजे अचानक मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग प्रसूता विभाग से चीख पुकार के साथ लोग अपने अपने नवजात को बैड से उठाकर बाहर भागने लगे। घटना से वहां भगदड़ मच गईं। गर्भवती महिलाओं को भी परिजन लेकर दौड़े। सूचना पर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियों सहित पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार की रात हुए झांसी मेडिकल कालेज हादसे पर गहरी संवेदना जताई। आग लगने से हुई नवजात शिशुओं की मौत से व्यथित प्रधानमंत्री ने ईश्वर से पीड़ित परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह एक्स हैंडल पर लिखा, ”हृदय विदारक! उत्तर प्रदेश में झांसी के मेडिकल कालेज में आग लगने से हुआ हादसा मन को व्यथित करने वाला है। इसमें जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है।”
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।